गीत : माँ
मेरे बचपन में मेंरी माँ मुझको खूब खिलाती थी। सच्ची झूठी कथा कहानी मुझको रोज सुनाती थी। मेरे बस्ते में
Read Moreबहुतु है हमका गांव पियार बहुतु है हमका गांव पियार। गांव के मनई बड़े उदार बहुत है हमका गांव पियार
Read More(1000₹- 500₹ की नोटबंदी पर देशवासियों से भ्रष्टाचार के खिलाफ छिड़ी निर्णायक जंग में भरपूर सहयोग की अपील करती मेरी
Read More(दिल्ली में आत्महत्या करने वाले रिटायर्ड सैनिक रामकिशन की आत्मा से बातचीत करती और पप्पू -कजरी को जवाब देती मेरी
Read Moreदिन पलता ढलता रहता है, काल चक्र चलता रहता है। कभी अँधेरे कभी उजाले, खेल यही चलता रहता है॥ चट्टानों
Read Moreअदाएं याद आती हैं वफायें याद आती हैं मेरे गुजरे हुए लम्हे तुझे लिखनी ये पाती है तुम्हारे देस की
Read Moreआए हो घनश्याम हृदय तुम, मधुरम मधुमय रूप लिए; अभय किए वरदान दिए हो, अप्रतिम अभिनव भाव दिए ! धरा
Read Moreहे सूर्य ! उगो ! ( छठ के पावन अवसर पर उगते सूर्य को अर्ध्य देने का प्रचलन है ।
Read Moreआया मन भावन दीपों का पर्व निराला प्रकाश पुंज आलोकित हो, खुशियों का अमृत प्याला तेरे प्यार में प्रतिपद रचने
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