सदानंद पॉल की 6 रहस्यमय क्षणिकाएँ
1. पदना घोड़ा जो बेपेंदी का लोटा है, ऐसे अ-तटस्थ यानी पेंडुलम टमाटरटाइप लोगों को गाँव में ‘पदना घोड़ा’ कहा
Read More1. पदना घोड़ा जो बेपेंदी का लोटा है, ऐसे अ-तटस्थ यानी पेंडुलम टमाटरटाइप लोगों को गाँव में ‘पदना घोड़ा’ कहा
Read More1. परजीवी ऐसे लोग जो प्राय: दूसरे का खाते हैं, कहेंगे- हम मंत्री परिवार से हैं, एमपी एमएलए परिवार से
Read Moreवो गलिया, वो दरवाज़े बदल जाते है | बचपन के चाव, जवानी आते-आते ठहर जाते है | कहाँ ढूँढे कोई
Read Moreअनगिनत लहरें आती है | बहा के मुझे अनंत में ले जाती है |
Read Moreहै नज़र जिस ओर जाती,नर बने दानव खड़े हैं । खून पीने को जिगर का, जान के पीछे पड़े हैं
Read More“होली गीत” होरी खेलन हम जईबे हो मैया गाँव की गलियाँ सरसों के खेतवा फुलईबे हो मैया गाँव की गलियाँ।।
Read More“दोहा गीतिका” री बसंत क्यों आ गया लेकर रंग गुलाल कैसे खेलूँ फाग रस, बुरा शहर का हाल चिता जले
Read More