जिलेबी जिंदगी
वैसे तो शार्क के साथ रिमोरा भी होते है , जो हमेशा मुफ्त के खाते हैं कभी खिलाने का पड़ा
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Read Moreमुझे आश्चर्य इस बात की है कि लेखकों से हिंदी और देवनागरी लिपि की अपेक्षा रखनेवाली एक पत्रिका ने मुझे
Read Moreस्त्रीलिंग भी तो किसी कुरूप की नहीं, सुशांत सिंह राजपूत, शाहिद कपूर जैसे छरहरे या सलमान खान के बॉडी की
Read Moreपटना में सब्जीबाग है, वहाँ न तो सब्जी है, न ही बाग ! फ़ख़्त सब्जबाग के !
Read Moreहर सुबह नए-नए ‘प्रयोग’ लेकर आता है और हर रात नूतन ‘अनुभव’ देकर जाती है !
Read More‘कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है’ का सर्वप्रथम नारा देनेवाले डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी की शहीदी तिथि (23 जून) पर
Read Moreउस दिन वह सूर्यग्रहण देखने गए, पर चाँद को देख आए ! है न बॉयोस्कोप की बातें !
Read Moreदेह का भूगोल भूगर्भशास्त्र नहीं है, इतिहास नहीं है, वह साहित्य हो सकती है और केमिस्ट्री, फिजिक्स और जूलॉजी भी
Read Moreएक तो प्रकृति बरसा रही है और दूजे देह भी बरस रही है, पसीने के रूप में, स्वेद के रूप
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