ग़ज़ल
तेरी आंखों का आईना तलाश करती हूं तू ना जाने मैं इन्हें देखकर संवरती हूं। तू मेरी सांस में सुर
Read Moreज्यादा तर मतलब का है व्यवहार आज की दुनिया में है तो लेकिन कम है सच्चा प्यार आज की दुनिया
Read Moreहौसला है मंजिलों का रास्ता मालूम है इसलिये तो ज़िन्दगी का फलसफ़ा मालूम है और कुछ मालूम चाहे हो नही
Read Moreॐ नाम का दर्शन होगा ,चल कैलाश पति के धाम । शिखर हिमालय मानसरोवर ,सम पूरण हैं चारों धाम ।
Read More१. हर तरफ हमारी हिन्दी धूम मचाकर छू रही है बुलंद आसमान दूसरी ओर देश का दुर्भाग्य देखें आज भी
Read Moreखिलता गुलाब थी, तू खिलता गुलाब है सूरत तेरी लाजवाब थी, लाजवाब है। तुझे देख के अक्सर बहक जाता था
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