तेरे एहसास ……..
दिल से उठते हैं ये बुलबुले एहसासों का सैलाब लिये उड़ना चाहते हैं ये खुले आसमान पर मगर दिल के
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Read Moreएक अजनबी देश में था मैं तो सोचा क्या जगह है ये लोग अलग हैं भाषा अलग है बोली अलग
Read Moreभैया काश तुम समझ पाते पापा की झिड़कियों मे था तुम्हारा ही भला उनके गुस्से मे छुपे प्यार को जो
Read Moreसौभाग्य से मिला है जीवन करो न इसे व्यर्थ निलाम ऊँचाईयों पर चढ़ने के लिए बना लो अपना भी मकाम
Read Moreदिवस के समापन के बाद अंधकार का धीरे-धीरे छा जाना। और उनके बीच टिमटिमाते तारों का, नजर आना। मानो जुगनू
Read Moreतुम्हारे जो विचार है, अरूपित-निराकार है, इनको गढ़ लेने दो, विहारों में चढ़ लेने दो.. कुत्सित कुवाक्य है जो अटल,
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