नानी की कहानी
चॉद ने चॉदनी बिखेरी मुन्ना मुन्नी को नानी याद आई मुन्नी बोली मैं नानी की कहानी सुनुँगी मुन्ना बोला मै
Read Moreचॉद ने चॉदनी बिखेरी मुन्ना मुन्नी को नानी याद आई मुन्नी बोली मैं नानी की कहानी सुनुँगी मुन्ना बोला मै
Read Moreआसमान में सूरज-चंदा और सितारे हैं देखो-देखो दोस्त हमारे कितने सारे हैं एक बार भी कभी किसी ने हमें नहीं
Read Moreपेड़ हमारे सच्चे साथी, माता – पिता गुरु जैसे हैं इनसे ही दुनिया मे जीवन, इनसे भी सच्चे रिश्ते हैं
Read Moreतुम बिन कोई प्यार मुझे नहीं करता माँ | सर पे वो प्यार वाला हाथ नहीं रखता माँ | तुम
Read Moreवर्षा रानी फिर बादल के रथ पर चढ़कर आई देख दहकते सूरज जी को मंद – मंद मुस्काई | इंद्रधनुष का सतरंगी , परिधान पहन इठलाई , नीली छतरी के नीचे वह उमड़ घुमड़ कर छाई | गरज – तड़प कर के मेघों ने ऐसी धुने बजाई , खूब छमाछम नाची वर्षा , थिरके नदी तलाई | रिमझिम रिमझिम ठंडी बूंदों ने जब धार बहाई गर्मी सारी ठंडी पड़ गई , सहमे सूरज भाई | -– अरविंद कुमार ‘साहू’
Read Moreसुबह-सुबह सूरज दादा की किरण पड़ी, पड़ते ही चुन्नु-मुन्नू की नींद उड़ी, चुन्नु और मुन्नू ने ली अंगड़ाई, उठकर नानाजी
Read Moreजून माह में ठंडक पड़ती नैनीताल में गर्मी की सब अकड़ निकलती नैनीताल में लखनऊ दिल्ली पैतालीस डिग्री में झुलस
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