कहानी: कांटा
रूपा पत्रिका ले कर बैठी ही थी कि तभी कालबैल की घंटी बजी. दरवाजा खोला तो सामने उस की बचपन
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Read More-सुना है बेटा कि तुम सरिता की पसंद के रिश्ते को मना करके आए हो !-जी पिता जी, क्योंकि वह
Read More” चिंटू की मम्मी सही कहती हो। नई नवेली बहू को घर के कायदे कानून सिखाने ही होंगे। माना अपने
Read Moreसुबह का आसमान साफ हो चुका था । तिलक महतो घुमते हुए बांध की ओर चले गए थे । बांध
Read Moreपदमपुर गाँव में एक छोटा सा घर था, जिसमें बाबूलालजी एवं उनकी पत्नी निर्मला अपने दो बच्चों के साथ रहते
Read Moreइन्स्पेक्टर के सवालों से छुटकारा मिलते ही मैने ऐसा महसूस किया जैसे मुझे काले पानी से रिहाई मिल गई हो।
Read Moreरामापुरम यूनिवर्सिटी दक्षिण भारत का एक जाना -माना यूनिवर्सिटी, जहां बच्चों की पढ़ने की होड़, आखिर हो भी क्यों ना!
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