रफू (क्षणिका)
कपड़े की छतरी में छेद हो जाए,तो दर्जी-रफूगर रफू कर देते हैं,रिश्तों में छेद हो जाए,तो दोस्त अच्छे रफूगर सिद्ध
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Read Moreपहले मिलते थे वो बड़ी गरमजोशी से न जाने कैसी ब्यार चली जो रूख बदल गया सनम तुम चाहो तो
Read Moreआख़िर क्या कमी है , अंधेरे में ही चेतना प्रकाश का महत्व है | तुम स्वयं से मार्ग चुनो !
Read Moreतू ही मेरी इबादत,तू ही मेरी इनायत,एक प्रच्छन्न-सी उम्मीद है,तेरे मिलने की,न भी मिल सके तो,न कोई गिला-शिकवा,न कोई शिकायत.—
Read Moreहमने वस्त्र की नग्नता पर विचार किया, किन्तु विचार की नग्नता का क्या? जो दिन-प्रतिदिन समाज में मानवता को चुनौती
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