यमराज ने ठाना
जब से संसद में बजट पेश हुआतब से बेचारे यमराज का मुँहसबसे ज्यादा फूलकर लटक गया,आज मैंने इसका कारण पूछातो
Read Moreजब से संसद में बजट पेश हुआतब से बेचारे यमराज का मुँहसबसे ज्यादा फूलकर लटक गया,आज मैंने इसका कारण पूछातो
Read Moreमहाकुंभ में हुई एक घटना के बादविपक्ष के एक नेता जी रोज रोजअनाप-शनाप बयान दे रहे हैं,अनर्गल आरोप लगा रहे
Read Moreउन्होंने अनुमति विहीन सभा बुलाया,जोरदार मजहबी नारा लगाया,नारे के द्वारा और मजहबियों को हड़काया,और कुटिलतापूर्ण गर्व से बताया,अब इस जगह
Read Moreपूर्णिमा की रात है धरती पर नव यौवन खिला,रात रानी के मुस्कुराने से पवन में मकरंद घुला,तारों की टोली गगन
Read Moreशहर कीपतली गली,बड़ी उदासडरावनी,लोग शब्दहीन बेचैनभ्रम पालेमकान कीखिड़की सेमुँह निकाले झाँकते इधर -उधर! पतली गली मेंएक दुकानदुकान पर बैठापतला इंसानसंभाल
Read Moreसब लड़ रहे हैं,आगे बढ़ रहे हैं,लड़ रहा है भाई भाई,बहू संग सासू माई,एक नहीं हो रहे,नेक नहीं हो रहे,मतैक्य
Read Moreमेरे मुंह से निकलीइतनी साफ मधुर आवाज की पुकारभले ही न सुनाई पड़ी हो तुम्हेंलेकिन मेरे शब्दों की ऊर्जा सेजरूर
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