बालगीत “मन को बहुत लुभाते आम”
बालगीत “मन को बहुत लुभाते आम”—एक साल में आते आम।सबके मन को भाते आम।।—जब वर्षा से आँगन भरता,स्वाद बदलने को
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Read Moreआओ वृक्ष -मित्र बन जाएँ। छाया देकर ताप मिटाएँ।। वृक्ष सदा हैं पर – उपकारी। हवा बहाते शीतल न्यारी।। वृक्षों
Read Moreखरगोश के साथ दौड़ की प्रतियोगिता में जीतने के बाद कछुआ घमण्ड से सिर उठाकर चलता. दूसरी ओर खरगोश, जो
Read Moreआओ-आओ प्यारे बच्चो चलो घूमने-फिरने जाएंगे छुटियाँ अब तो शुरु हुई चलों आनंद खूब मनायेंगे। छुट्टी के संग-संग गर्मी आई
Read Moreस्कूल की छुट्टियां शुरू हुई तो रीता ने अपनी मम्मी के घर जाकर रहने की घोषणा कर दी। दोनों बच्चे
Read Moreकहाँ चले ओ बन्दर मामा,मामी जी को साथ लिए।इतने सुन्दर वस्त्र आपको,किसने हैं उपहार किये।।—हमको ये आभास हो रहा,शादी आज
Read Moreआओ खेलें नेता – नेता। बनकर कुर्सी – वीर विजेता।। चिकनी- चुपड़ी बातें करके। नोट कमाएँ कमरे भरके।। नेता बस
Read Moreगुनगुन करता भौंरा आया फुल कलियों को है रिझाया। चूँ-चूँ करती चिड़िया आईं सुबह का संदेशा ले के आईं। रंग-बिरंगी
Read Moreजंगल के राजा शेर ने एक सभा बुलाई । प्रहलाद की भक्ति होली की बात बताई ।। हम सभी खेलेंगे
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