जिज्ञासा, तर्क और विचार का आदि मूल वेद हैं
समझने वाले बिना समझाये भी समझ जाते हैं और नहीं समझने वाले समझाने से भी नहीं समझते. यह दुनिया ऐसी
Read Moreसमझने वाले बिना समझाये भी समझ जाते हैं और नहीं समझने वाले समझाने से भी नहीं समझते. यह दुनिया ऐसी
Read Moreबहुत बार पुछा जाता है कि जब हर ग्रंथ का कोई लेखक होता है तो अपने वेदों का लेखक कौन
Read Moreश्रीमद्भगवद्गीता पर सैकड़ों प्रसिद्ध तथा सैकड़ों अप्रसिद्ध अनुवाद, व्याख्याएँ, टीकाएँ,भाष्य आदि पचासों भाषाओं में हमारे समक्ष उपलब्ध हैं! तुलसीदास की
Read Moreक्रिसमस त्योहार एक महत्वपूर्ण ईसाई त्योहार है, जो यीशु मसीह के जन्म की याद में मनाया जाता है। यह त्योहार
Read Moreआजादी के पश्चात् हमारे धर्माचार्यों को भी धर्म की अपेक्षा राजनीति में रस अधिक लग रहा है! इसीलिये तो धर्माचार्य
Read Moreस्वामी विवेकानन्द को हिन्दू संन्यासी कहना एकदम गलत होगा। वे संन्यासी तो थे, किन्तु हिंदू संन्यासी थे, यह सही नहीं
Read Moreअध्यात्म दर्शन (Spiritualism),,, यह दर्शन आत्मा और परमात्मा के संबंध को समझने के लिए है। नास्तिकता दर्शन (Atheism),,, यह दर्शन
Read Moreदेव दीपावली की बहुत – बहुत बधाई ! कार्तिक मास की पूर्णिमा को देव दीपावली कहा जाता है। यह दीपावली
Read Moreप्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ की विशेषता अद्वितीय है, कुंभ विश्व का सबसे वृहद धार्मिक आयोजन है, जिससे देश-
Read More