शाकाहार
जिस समाज में रह रहा हूँ, हिन्दू भी उतनी है, जितनी मुस्लिम ! हिंदुओं के पवित्र माह ‘सावन’ (श्रावणमास), जिसमें
Read Moreस्त्री विमर्श एक ऐसा मुद्दा है जो आज हिंदी साहित्य में अपनी एक अलग अहमियत रखने के साथ साथ सामाजिक
Read MoreNapotism जिसे आसान भाषा में कहें तो भाई भतीजा वाद, Favoritism पक्षपात, Groupism गुटबाज़ी किसी को आगे बढ़ाना, किसी को
Read Moreआज आपकों ले चलता हूँ आपके बचपन की ओर,जहाँ न कोई चिन्ता थी और न ही कुण्ठा। जीवन में उमंग,जोश,खुशियाँ
Read Moreएक बार कुछ लोग एक बस से सफर कर रहे थे। उसी रास्ते से एक मंत्री जी भी जा रहे
Read Moreसृष्टि का रथ कालचक्र के अनुसार चल रहा है। सृष्टि के इस रथ को भला कौन है ऋजु-वक्र चला सकता
Read Moreदेश के किसी व्यक्ति के नाम के आगे अगर ‘पंडित’ लिखा है, तो वह व्यक्ति ‘ब्राह्मण’ है, वहीं नाम के
Read Moreनियोजित शिक्षक मन्ने ‘आपदा शिक्षक’ ! बिहार सरकार को चाहिए, वे नियोजित शिक्षकों के विभाग बदल देने की कृपा करें
Read Moreसामंती-शब्द ‘बाबू’कहा जाने पर प्रतिबंध लगे ! आजादी मिले 7 दशक हो गए ! भारतीय लोकतंत्र में सामंती व्यवस्था अब
Read Moreप्रत्येक व्यक्ति के जीवन में ऐसे तमाम मौक़े आते है जब उसको जीवन मे हार का सामना करना पड़ता है
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