मेरी डायरी : मेरा यथार्थ बोध
दिनांक:06.04.2019 दिल्ली के दो कड़क लौंडे के दिल सुविधा की सुहागरात मनाने के लिए मचल रहे थे लेकिन कांग्रेस के
Read Moreदिनांक:06.04.2019 दिल्ली के दो कड़क लौंडे के दिल सुविधा की सुहागरात मनाने के लिए मचल रहे थे लेकिन कांग्रेस के
Read Moreअब तो न दिन को चैन आता है और न ही रात को नींद आती है। इस आलम में कुछ
Read Moreनेताजी रात को घोड़े बेचकर सो रहे थे। मच्छर ने नेताजी की हृष्ट-पुष्ट काया को देखा तो उससे रहा नहीं
Read Moreनई दिल्ली । हिन्दी औऱ भोजपुरी के लोकप्रिय गीतकार लाल बिहारी लाल का लिखा हुआ गीत मैं भी चौकीदार हूं
Read Moreहम हैं राही राजनीति के हमसे कुछ ना पूछिए हम भी गुनगुनाते रहे कि हम हैं राही प्यार के हम
Read Moreकौन कहता है कि जल्लादों का अकाल पड़ा है ! श्रीलंका में फांसी का फंदा बड़ी ही हसरतभरी नजर से
Read Moreबस अभी ठहर जाओ भाई ,जैसे अभी तक….. “हुजूर, सामान्य से भी कम वर्षा हुई है।बहुत ही ज्यादा जलसंकट का
Read Moreजब तक मंजिल नहीं मिलती, तब तक यात्री तो सफर करेगा ही ।बीच सफर में किसी को रोक देना ठीक
Read Moreमंडला- पतंजलि योग समिति की महिला शाखा व्दारा नववर्ष प्रतिपदा नवसंवत्सर को राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया गया,
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