मैं मुर्दा हूं
आइए! मेरी बात ध्यान से सुनिए, मैं अपने पूरे होशोहवाश बिना किसी डर, जोर दबाव के आप सबको बताता
Read Moreआइए! मेरी बात ध्यान से सुनिए, मैं अपने पूरे होशोहवाश बिना किसी डर, जोर दबाव के आप सबको बताता
Read Moreबचपन से लेकर आज तक मैं जब भी किसी को किसी के लिए किसी भी संदर्भ-प्रसंग में यह कहते हुए
Read Moreहम सभी पितृपक्ष में पूर्वजों,पित्ररों को नमन करते हैं, तर्पण, दान, श्राद्ध, पिंडदान और बहुत याद करते हैं, अपना
Read Moreघड़ी हमारा आभूषण है, शृंगार है।इसके बिना नर- नारी का जीना दुश्वार है।इसीलिए गाँवों की नई दुल्हिनें उसे झाड़ू -पोंछा
Read Moreमेरा एक मित्र बड़ा प्यारा मगर बड़ा खुराफाती है, उसके दिमाग के कंप्यूटर में सिर्फ खुराफात अपडेट होता रहता है।
Read Moreकल रात मेरे पास यमराज पधारे मैंने आने का कारण पूछा तो अपनी बड़ी शान बघारे। कहा! श्रीमान आपको
Read Moreबचपन में विद्यालय के राष्ट्रीय पर्वों पर ये गीत सुना जाता था ” जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़िया
Read Moreमोबाइल के लगातार चीखने से मेरी नींद खुली। मैंने फोन रिसीव किया। ऊधर से जो परिचय दिया गया, उसे सुनकर
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