झूठे लोग
एक बार झूठ बोल कर उसे छुपाने के लिए झूठ पर झूठ बोलते जाना, पकड़े गये जो कभी तो ज़माने
Read Moreशारदा साहित्य समिति – निकुम जिला दुर्ग-छत्तीसगढ़ ( भारत ) के तत्वावधान में आयोजित साहित्यिक कार्यक्रम दिनांक – 30/12/2020 दिन
Read More” सुनंदा!ओ सुनंदा !पानी ही डालती रहोगी या भोजन भी परोसोगी।” आंगन में तुलसी के पौधों को पानी डाल जब सुनंदा
Read Moreहे मातृभूमि के वीर सपूत तुमको नमन है बार-बार , ए मेरे वतन के रखवालों हम सिर झुकाते बार बार……
Read Moreइस दुनिया में जन्म लेकर आंखें जो खोली पहली बार तो देखा उसने मां को ही चूल्हे-चौके का सारा काम
Read Moreक्या सिर्फ कहने भर की रह गयी ये बात अब संस्कार देश की पूंजी है…. गमगीन आँखों में आँसूं लिये
Read Moreतरबूज़ खाते-खाते निहारिका बार-बार दादी से तरबूज़ खाने का इसरार किए जा रही थी और
Read Moreशाला की यादें सुखद,दें मीठे अहसास। शाला के दिन थे भले,थे बेहद ही ख़ास।। दोस्त-यार सब थे भले,जिनकी अब तक
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