भारत मां का रूप निराला
भारत मां का रूप निराला, आभा इसकी निराली है।बर्फ से ढके पहाड़ इस के, नदियों से हरियाली है। किसान करते
Read Moreभारत मां का रूप निराला, आभा इसकी निराली है।बर्फ से ढके पहाड़ इस के, नदियों से हरियाली है। किसान करते
Read Moreअभी-अभी यमलोक से यमराज का फोन आयाक्षमा याचना के साथ बड़े प्यार फरमायाप्रभु! गुस्सा करने के बजाय विचार कीजिएगाफिर अपना
Read Moreक्यों जलियाँ की चीख सुन, सत्ता है अब मौन?लाशों से ना सीख ली, अब समझाये कौन॥ डायर केवल नाम था,
Read Moreपदक नहीं मिला, पर ईनाम मिल गया — क्या यह नैतिकता है? चार करोड़ रुपये — एक बड़ी राशि है।
Read Moreजीवन में कभी कभी आशाएँ निराशा में बदलती है तो चाँद भी सूरज दिखता है ।ज़ुल्फ़ें नागिन लगती है ।हँसना
Read More‘देशभर में मातृभाषा हिन्दी को और लोकप्रिय बनाने के अभियान में योगदान हेतु हिन्दीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धा
Read Moreप्रेम दिखावा मात्र, छल कपटी इंसान है यहाॅं।संस्कार सब भूल रहे, नहीं धर्म ईमान है यहाॅं।मानव रहा कहाॅं? अब दानव
Read Moreराम राम जपते सदा, नित जो आठो याम ।कपि वीर बजरंगबली, उनका प्यारा नाम ।। 1 । चैत्र पूनम प्रभु
Read Moreधूप थी अज्ञान की, अंधकार था घना,उग आया फूले-सा एक सूर्य अनमना।ज्योति बनी वह वाणी, दीप बना विचार,टूटे पाखंडों के
Read Moreसोच न बंदे गंदगीतु कर ले ईश्वर की बंदगी। यही तो जीवन की मर्यादा हैतु खुद का ही भाग्य विधाता
Read More