गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 08/05/2022 हे राम ! हे राम! ग्यान-भक्ति और नवशक्ति दीजिए बदले में जो भी पास है सर्वस्व लीजिए केवट पे तुमने की कृपा निज-धाम Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 25/04/202229/04/2022 गज़ल मैंने तुम दोनों को सोचा तो उभर आयी गज़ल उंगलियाँ काँपीं तो काग़ज पे उतर आयी गज़ल गुफ्तगू अपने से Read More
कुण्डली/छंद देवकी नंदन 'शान्त' 19/03/2022 छंद प्रीति बन्धन में बंधा सा,तमतमाया सा कसा सा, दस्तके देता हुआ सा,द्वार पे आया ‘बसंत’ ! नींद से जागा हुआ Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 03/03/202206/03/2022 ग़ज़ल जब भी धरती पर कभी कोई पयम्बर आया चाँद बनके वो अमावस में भी नजर आया प्यास को दरिया बुझा Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 03/02/2022 ग़ज़ल पिछले कई दिनों से मैं वैसा नहीं रहा खर्चे बढ़े तो दूसरा मुद्दा नहीं रहा हो दाँत में या पाँव Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 07/01/202230/09/2022 ग़ज़ल गीत खुशी के गा लेते हैं गाकर जी बहला लेते हैं आप अगर दें साथ हमारा, चलिए मंजिल पा लेते Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 01/12/2021 ग़ज़ल पूरा हमने वक्त गुजारा, हमको कोई अफसोस नहीं कोई अब करले जो किनारा, हमको कोई अफसोस नहीं बूढ़े नीम हैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 05/11/2021 ग़ज़ल मुद्दत के बाद फूल खिले मुस्कराये हम आँसू कहाँ किधर गये जो खिलखिलाये गम बुझने लगे चिराग तो उम्मीद जल Read More
कविता देवकी नंदन 'शान्त' 23/10/2021 सागरों का मिलन ये सागरों का मिलन ! ये सूर्योदय का दृश्य !! ये मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ , ये प्राकृतिक सौन्दर्य Read More
मुक्तक/दोहा देवकी नंदन 'शान्त' 23/10/2021 मुक्तक ( 1 ) तू आदमी था कोई या कि देवता कोई सही-सही नहीं मिलता तेरा पता कोई था ‘रामकृष्ण परमहंस’ Read More