दूरियाँ
हर दिल में हो या, ना भी हो इक शायर जो, जागेगा जब मिले तो इक हमसफ़र इन अखियों को
Read Moreकरो मनांगन प्रफुल्लित, आने वाले साल खिले तबस्सुम खुशी के , मिले सूरों से ताल नयी स्फूर्ति नव उमंग हो
Read Moreहैसियत का गुमान करने वाले, जो कभी राजा हुआ करते थे। आज देखो तक़दीर ने करवट ली, और वह रंक
Read Moreनहीं हूँ मैं किसी जाति या धर्म दंभी, मानता हूँ गुरू को सिर झुकाकर वंदना दिल से करता हूँ धन
Read Moreआइए !ईश्वर का धन्यवाद करते हैं, अपने अंदर बैठे ईश्वर को नमन करते हैं। ईश्वर ने हमें वो सब दिया
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