कविता

मेरे भोले बाबा

मलमास मे शिव भक्त आज, जल चढ़ा रहे हैं ,
भांग अरू धतूर संग ,फल चढ़ा रहे हैं/
महिमा अमित है उनकी ,स्वीकार कर रहे है/
दिल से लगाकर भक्तों को, वरदान दे रहे हैं/
मेरे भोले बाबा सबको , सम्मान दे रहे हैं/
भक्त अपने भाव की , पहचान कर रहे हैं/
जो भी आया दर पे , न खाली हाथ जाए,
प्रभु रख्खे ख्याल ऐसा , तन मन भी मुस्कुराए/
बिल्ब पत्र जो चढ़ाए ,गंग की नित धार संग,
दे रहे रहे वरदान अनुपम ,भक्ति मय शृंगार संग/

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मेरे भोले भंडारी ने ,
गजब किया शृंगार .
सभी मन-मन मुस्काये
माथे पे चंदा ,
गले मे नाग
जटा मे उलझी गंग
भूत-पिशाच संग ले करके,
भस्म लपेटे अंग,
अजब की छटा
गगन की घटा
खुशी मेघ बरसे मन
देख भोले त्रिपुरारी

राजकिशोर मिश्र ”राज”

राज किशोर मिश्र 'राज'

संक्षिप्त परिचय मै राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी कवि , लेखक , साहित्यकार हूँ । लेखन मेरा शौक - शब्द -शब्द की मणिका पिरो का बनाता हूँ छंद, यति गति अलंकारित भावों से उदभित रसना का माधुर्य भाव ही मेरा परिचय है १९९६ में राजनीति शास्त्र से परास्नातक डा . राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय से राजनैतिक विचारको के विचारों गहन अध्ययन व्याकरण और छ्न्द विधाओं को समझने /जानने का दौर रहा । प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश मेरी शिक्षा स्थली रही ,अपने अंतर्मन भावों को सहज छ्न्द मणिका में पिरों कर साकार रूप प्रदान करते हुए कवि धर्म का निर्वहन करता हूँ । संदेशपद सामयिक परिदृश्य मेरी लेखनी के ओज एवम् प्रेरणा स्रोत हैं । वार्णिक , मात्रिक, छ्न्दमुक्त रचनाओं के साथ -साथ गद्य विधा में उपन्यास , एकांकी , कहानी सतत लिखता रहता हूँ । प्रकाशित साझा संकलन - युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच का उत्कर्ष संग्रह २०१५ , अब तो २०१६, रजनीगंधा , विहग प्रीति के , आदि यत्र तत्र पत्र पत्रिकाओं में निरंतर रचनाएँ प्रकाशित होती रहती हैं सम्मान --- युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच से साहित्य गौरव सम्मान , सशक्त लेखनी सम्मान , साहित्य सरोज सारस्वत सम्मान आदि

4 thoughts on “मेरे भोले बाबा

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया !

    • राज किशोर मिश्र 'राज'

      आदरणीय जी आपके स्नेह एवम् हौसला अफजाई के लिए ह्रदय तल से कोटिश आभार/

      आपकी प्रतिक्रिया का जवाब व्यस्तता के कारण देर से दे रहा हूँ उसके लिए खेद है

      आपकी उदारता एवम् स्नेह के लिए सादर नमन /

  • महातम मिश्र

    ऊँ नमः शिवाय श्री राजकिशोर मिश्र जी

    • राज किशोर मिश्र 'राज'

      आदरणीय जी आपके स्नेह एवम् हौसला अफजाई के लिए ह्रदय तल से कोटिश आभार/

      आपकी प्रतिक्रिया का जवाब व्यस्तता के कारण देर से दे रहा हूँ उसके लिए खेद है

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