बाल कविता
‘ मीठी वाणी ‘
कोयल कुहु-कुहु है गाती
मीठे-मीठे गीत सुनाती
उसकी मीठी मीठी बोली
हर दिल को है लुभाती
मधुर वाणी प्यारे बच्चो
सबके कानो को है भाती
कौआ काँव काँव चिल्लाता
हर कोई उसको दूर भगाता
उसकी कर्कश वाणी बच्चो
नही किसी को है सुहाती
सदा ही सबसे मीठा बोलो
हर दिल के तुम ताले खोलो
अति सुंदर
सराहने के लिये हार्दिक आभार वैभव जी
प्रेरक रचना
विभा दी, हार्दिक आभार उत्साह वर्धन करने के लिये
अपना स्नेह यूँ बनाये रखिये, साथ ही जहाँ गलत लगे तो भी मार्गदर्शन कीजियेगा