शिशुगीत

शिशुगीत – १३

१. बसंत

मौसम बसंत का ये प्यारा
स्वेटर-मफलर से छुटकारा
न ही सर्दी, न ही गर्मी
खेल-कूद का समय हमारा

२. परीक्षा

दीदी-भैया जागो-जागो
खड़ी परीक्षा, आलस त्यागो
फर्स्ट क्लास में आना होगा
हमको गर्व कराना होगा
पढ़-लिख कुछ बन जाओगे
टॉफी मुझे दिलाओगे

३. सरस्वती पूजा

सरस्वती माँ दें वरदान
पढ़-लिखकर हम बनें महान
नित्य करें सब अच्छे कर्म
भारत माँ का हो गुणगान

४. बेर

मीठे-मीठे आते बेर
मेरे मन को भाते बेर
टीवीपर भी देखा इकदिन
ढेरों लाभ दिलाते बेर

५. कुंभ का मेला

कुंभ लगा है, चलो नहाने
संग मेले का लुत्फ उठाने
बारह वर्षोंपर आया है
हमपर अपना प्यार लुटाने

*कुमार गौरव अजीतेन्दु

शिक्षा - स्नातक, कार्यक्षेत्र - स्वतंत्र लेखन, साहित्य लिखने-पढने में रुचि, एक एकल हाइकु संकलन "मुक्त उड़ान", चार संयुक्त कविता संकलन "पावनी, त्रिसुगंधि, काव्यशाला व काव्यसुगंध" तथा एक संयुक्त लघुकथा संकलन "सृजन सागर" प्रकाशित, इसके अलावा नियमित रूप से विभिन्न प्रिंट और अंतरजाल पत्र-पत्रिकाओंपर रचनाओं का प्रकाशन