हाइकू……..
(1)
माँ
जग
जननी
दुख दोष
निवारिणी है
करुणामयी माँ
आशीष दायिनी है॥
(2)
हे
कृपा
दायिनी
शेरावाली
भूल चूक को
क्षमा दे माँ काली
जै माँ मैहर वाली॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
(1)
माँ
जग
जननी
दुख दोष
निवारिणी है
करुणामयी माँ
आशीष दायिनी है॥
(2)
हे
कृपा
दायिनी
शेरावाली
भूल चूक को
क्षमा दे माँ काली
जै माँ मैहर वाली॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी