गीतिका
ईश्वर का तुम ध्यान करो हर पल प्रभु गुणगान करो घर में बड़े जो वृद्धजन उनका तुम सम्मान करो रिश्ते
Read Moreचार भुजाएं मेरी बच्चो, चारों ही हैं एक बराबर, चार बराबर कोण हैं मेरे, खुश होता हूं ‘वर्ग’ कहा कर.
Read Moreमेरा क्या अस्तित्व होता , अगर आप जैसा पिता मुझे न मिलता, हर ज़िद को पूरा किया, हर पल मेरी
Read Moreपृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों में हवा, पानी, मिट्टी, खनिज, ईंधन, पौधे और पशु-पक्षी शामिल हैं। इन संसाधनों की देखभाल करना
Read Moreमन में आशायें लेकर के, आया हैं मधुमास, चलो होली खेलेंगे। मूक-इशारों को लेकर के, आया है विश्वास, चलो होली
Read Moreतीखी-तीखी और चर्परी। हरी मिर्च थाली में पसरी।। तोते इसे प्यार से खाते। मिर्च देखकर खुश हो जाते।। सब्ज़ी का
Read Moreआज वह सोने के पंख वाला हंस न रहकर, एक सामान्य हंस हो गया था. रह-रहकर उसे यह बात याद
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