कविता

आयी दिवाली

दीप जलेंगे घर – घर,हर घर जगमगायेगा।
छोटे – छोटे बच्चों से हर घर चहक जाएगा।।

ना परीक्षा की कोई तैयारी होगी,
ना स्कूल ही कोई बच्चा जाएगा।
दीवाली की छुट्टियों का अपने घर
पर हर बच्चा खूब मौज उड़ाएगा।।

हाथों में फुलझड़ियां खूब जलाएंगे।
चकरी जलाकर जोर से सब कूदेंगे,
दीवाली के उत्सव पर सब बच्चे खूब
उछल – खुद और हंगामा मचाएंगे।।

दीवाली का ये उत्सव दीपो का त्योहार है।
ईर्ष्या द्वेष मिटाकर गले लगाने का त्यौहार है।।

नीरज त्यागी

पिता का नाम - श्री आनंद कुमार त्यागी माता का नाम - स्व.श्रीमती राज बाला त्यागी ई मेल आईडी- neerajtya@yahoo.in एवं neerajtyagi262@gmail.com ग़ाज़ियाबाद (उ. प्र)