कविता

आज मौत से लड़ना होगा

गहन तिमिर संग सूनी राहें
काल खड़ा फैलाकर बाँहें
नयी इबारत गढ़ना होगा
आज मौत से लड़ना होगा।

मृत्युदेव ने लिखी कहानी
नयी लिपि पर बात पुरानी
जीवन-पुस्तक पर अंकित ये
पृष्ठ सभी को पढ़ना होगा
आज मौत से लड़ना होगा।1।

राजा-रंक सभी पर भारी
कब लड़ पायी? दुनिया हारी
लक्ष्मण-रेखा में रहकर ही
नये शस्त्र फिर गढ़ना होगा
आज मौत से लड़ना होगा।2।

हारे हैं ना हारेंगे हम
इस दानव को मारेंगे हम
संकल्पों की सेना से अब
हर दुश्मन को मरना होगा
आज मौत से लड़ना होगा।3।

— शरद सुनेरी