बोधकथा

घरेलू हिंसा

क्या गाँधीजी ने भी पत्नी (कस्तूर बा) पर हाथ उठाये थे ?
तब गाँधीजी उड़ीसा दौरे पर थे, तब पुरी के मंदिर में अनुसूचित जाति के लोगों की प्रवेश पर रोक थी । गाँधीजी ने कस्तूर को यह निर्देश दे रखा था कि वह ऐसी किसी भी जगह नहीं जाय, जहाँ जातिवाद, छुआछूत व भेदभाव होते हैं । किंतु कस्तूरबा महादेव देसाई की पत्नी के साथ मन्दिर को चली गयी। गाँधीजी को बहुत बुरा लगा और उन्हें सदमा पहुँचा । वे कस्तूर पर इतने क्रोधित हो गए कि अंततः उनपर हाथ भी उठा लिये । परंतु बा खामोशी से गाँधी जी की इस हिंसा को झेली ! ‘बा’ भी मौन रहकर इस घरेलू हिंसा का सपोर्ट ही की ?
गाँधी जी के निजी सचिव महादेव देसाई जी ने लिखा है-
“गाँधी का सचिव होना मुश्किल है, मगर गाँधी की पत्नी होना दुनिया में सबसे मुश्किल है।”

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.