कवितापद्य साहित्य

काशी नगरी

काशी नगरी के नाम मात्र से
चेहरे पे एक मुस्कान आ जाए!
भीनी भीनी सुगंधित स्मृतियों
और प्रेम से मन भर जाए!
प्रातः काल का दैविक दर्शन
परम आनंद की अनुभूति दिलाए!
आरती देख कर ऐसा लगे
कि गंगा मैया भी कृपा बरसाए!
भोलेनाथ की असीम कृपा,
हर आगंतुक पर हो जाए!
‘हर हर महादेव’ बोल
क्षणभर में सब कार्य संभव हो जाए।
वरुणा से अस्सी घाट तक
मधुर मनोहर गीत गुनगुनाए!
हो मन अशांत तो घाट पर
कुल्हड़ की चाय भी चमत्कार दिखाए!
प्रसन्न,भावुक, हर्षित, प्रफुल्लित
सारे भाव एकसाथ उमड़ आए!
मन बार-बार एक ही रट लगाए
कि एक बार फिर बनारस हो आए!

रूना लखनवी

नाम- रूना पाठक उप्पल (रूना लखनवी) पता- दिल्ली, भारत मैंने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातकोत्तर किया है। वर्तमान में, मैं एक फार्मास्युटिकल कम्पनी में वरिष्ठ प्रबंधक की तरह कार्यरत हूँ। साहित्यिक उपलब्धि :- वूमेन एकस्प्रेस, दक्षिण समाचार प्रतिष्ठा, आज समाचार पत्र , कोलफील्ड मिरर , अमर उजाला काव्य (ऑनलाइन) , पंजाब केसरी (ऑनलाइन) , मॉम्सप्रेस्सो में कविताएँ, लघु कथा कहानी, स्वतंत्र अभिव्यक्ति की रचनाएँ प्रकाशित। सम्पर्क https://www.facebook.com/Runa-Lakhnavi-108067387683685 सम्मान: 1. मॉम्सप्रेस्सो हिन्दी लेखक सम्मान; 2. राष्ट्रीय कवयित्री मंच- नारी शक्ति सम्मान 2020 3. साहित्य संगम संस्थान- सम्मान 4. अभिनव साहित्यिक मंच - सम्मान