कविता

ए मालिक तेरे बन्दे हम

व्ही. शांताराम की

पुण्यतिथि पर

सादर नमन….

“ए मालिक तेरे बंदे हम…..

बड़ा कमजोर है आदमी,

पर तू है बड़ा कृपालु….

जब जुल्मों का हो सामना,

तब तू ही हमें थामना……

नहीं हो बदले का भावना ….”

यह गीत

‘श्री बालकवि बैरागी’ की

रचना है,

किन्तु यह गीत

महान निर्देशक

व्ही. शांताराम निर्देशित

किसी फिल्म से ली गई है ।

28 अक्टूबर को

महान शांताराम जी की

पुण्यतिथि श्रद्धांजलि लिए !

ध्यातव्य है,

आदरणीय व्ही. शांताराम के

निकट सम्बन्धी

श्री सुनील शांताराम के पत्र

मुझे प्राप्त है,

साथ ही

उल्लिखित गीत के

गीतकार और सांसद रहे

‘बालकवि बैरागी’ के

पत्र भी

मुझे प्राप्त है।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.