कविता

एहसास

एक एहसास जिसे
मै बया कर नहीं सकती
एक खुशी जिसे मै
छुपा नहीं सकती
एक आशा जिसे मैं
भुला नहीं सकती
एक विश्वास जिसे मैं
तोड़ नहीं सकती
और एक भरोसा
जिसके लिए ईश्वर का
हमेशा हमेशा के लिए
आभारी हूं।
— विजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी (स्नातकोत्तर छात्रा) पता -चेनारी रोहतास सासाराम बिहार।