कविता

कभी खुद से बात करो

औरों से बात करना अच्छा है
पर कभी खुद से भी बातें
तो कर लिया करो।
अपने अंदर झांककर भी
कभी तो पढ़ लिया करो।
लीक पर तो सारी दुनियां चलती है
लीक से हटकर भी कभी
चल तो लिया करो,
औरों से बात करते करते
उम्र गुजर जाती है,
कुछ पल निकाल कर
खुद से भी बातें किया करो।
यकीन मानो
अनुभव बड़ा अच्छा होगा
खुद से बात करने पर
दिल को बड़ा सूकून मिलेगा ।
मन की अस्थिरता का
भाव भी मिटता जायेगा,
खुद से खुद की बात का
अनुभव बड़ा सुहाएगा।
ये अनुभव अद्भुत
बड़ा निराला होगा,
खुद ही खुद से बात करे
बस कोई कोई होगा।
लेकिन जो भी होगा
औरों से बिल्कुल अलग होगा,
क्योंकि खुद से बातें करने का
हर किसी में कहाँ दम होगा ।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921