राजनीति

गुजरात में विकास और औद्योगिक सहूलतें

गुजरात स्थान औद्योगीकृत राज्यों में रहा हैं,प्रति व्यक्ति आय अधिक होने की वजह से निर्धनता औसतन से कम हैं, मुंबई के बाद गुजरात में पर प्रांतीय लोग आजीविका के लिए आते हैं। यहां का आर्थिक विकास का असर सामाजिक विकास में रूपंतरण देख सकते हैं। आज पूरे देश में गुजरात का विकास मॉडल उदाहरणीय हैं।जिस गुजरात ने बड़े बड़े उद्योगपति दिए हैं,जिसमे धीरूभाई अंबानी और करसनभाई पटेल जैसे बीसियों नाम हैं।गुजरात के उद्योगपतियों और व्यापारियों को ये खून में मिलता हैं,ये जन्म से सब सीखते हैं की व्यापार धंधा कैसे होता हैं। उसमे भी अगर सरकार की नीति और रीति से मदद मिलने से प्रोत्साहित होते हैं।
    वैसे गुजरात का विकास की कहानी २००१ से हुई हैं।भयंकर भूकंप के बाद जो राज्य में अवर्णीय हालत थे,सब से ज्यादा कच्छ प्रांत में नुकसान हुआ था,जान माल दोनॉ का।ये नुकसान का बयान  बहुत सुने किंतु उसके बाद जो राज्य ने प्रगति की वह पूरे देश में चर्चित हैं।एक शिक्षिका होते हुए मैं बताती हू कि पहले हमारी तनख्वाह कभी समय पर नहीं मिली किंतु २००१ के बाद सही समय ,पहली तारीख को ही मिलनी शुरू हो गई और आज पेंशन भी सही तारीख को मिल जाती हैं।शायद यही समय था गुजरात की प्रगति शुरू होने का।
ये भी सुना था कि सिंगापोर से आते एन.आर.आई सूरत के पास कोई उद्योग की स्थापना करने आए थे किंतु अफसरशाही के आदी अफसरों ना ठीक से प्रतिभाव नहीं दिया तो मन से नाराज , निरुत्साह हो वापस चला गया और वहां से मुख्य मंत्रीजी को ईमेल लिखा और अपनी आपबीती बताई।मुख्य मंत्री कार्यालय से तुरंत जवाब गया ,जिसमे गुजरात की फिर से मुलाकात लेने के आमंत्रण के साथ वो अफसरों के नाम और फोन नंबर भी थे जो महाशय को मदद करने वाले थे।
गुजरात के औद्योगिक ढांचे में क्रमश: बदलाव रहे है।यह रसायन,पेट्रो रसायन,उर्वरक,इंजीनियरिंग,इलेक्टोनिक्स आदि उद्योगों के विकास के लिए काफी पृष्टभूमि हैं।२००४ के अंत में पंजीकृत  कारखानों की संख्या २१५३६( अस्थाई) थी जो औसतन ९.२७ लाख  लोगो को रोजगार देती हैं।सूती कपड़ो के उत्पादन में देश में दूसरे क्रम पर हैं गुजरात।
ये तो हुई भूतकाल की बाते।  अब करोना की विकट परिस्थितियों में भी उद्योगों को बहुत ही प्रोत्साहन दिया जा रहा हैं।हाल ही में मुख्य मंत्री श्री ने एक पैकेज की उद्घोषणा की है। चीन से दुनियां सारी की जो तनातनी चल रही है उसके मध्य में मुख्य मंत्री ने विदेशी कंपनियों को आमंत्रित कर एक बड़ा ऑफर दिया हैं।नई पॉलिसी का एलान करते हुए कहा हैं कि अगर कोई उद्योगपति चीन से अपना व्यापार गुजरात में शिफ्ट करना चाहता है तो सरकार उन्हें विशेष मदद दी जाएगी। सरकार के इस कदम से राज्य में विकास और नौकरियों के अवसर पैदा होंगे।और राज्य में बेहतर परिणामों की उम्मीद भी कर सकते हैं।
वैसे भी गुजरात के राज्य गीत जैसा हैं ये– जय जय गरवी गुजरात– जय हो भद्र गुजरात
— जयश्री बिरमी

जयश्री बिर्मी

अहमदाबाद से, निवृत्त उच्च माध्यमिक शिक्षिका। कुछ महीनों से लेखन कार्य शुरू किया हैं।फूड एंड न्यूट्रीशन के बारे में लिखने में ज्यादा महारत है।