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कवियों ने बिखेरे होली के रंग

दिनांक 17 मार्च 2022 को होली मिलन पर विशेष काव्यगोष्ठी
स्ट्रीम- यार्ड एप द्वारा विश्व कीर्तिमान प्राप्त द मैजिक मैन एन चंद्रा फेसबुक पटल एवं द मैजिक मैन एन चंद्रा के यू ट्यूब पेज़ पर आयोजित हुई ।

पटल पर होली मिलन समारोह सह काव्य गोष्ठी का भव्य आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम संस्था के संस्थापक आदरणीय एन चंद्रा जी के मार्गदर्शन में एवं मंच संचालिका डॉ. पूजा कौशिक जी के सफल एवं उत्तम संचालन से सफलता के शिखर को छू सका ।
डॉ. पूजा कौशिक जी ने माँ वीणापाणि को नमन कर सभी साहित्यकारों को उनके विशिष्ट परिचय के साथ आमंत्रित किया ।
इस विशेष काव्य गोष्ठी में भारत के कई बड़े और जाने माने साहित्यकारों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से चार-चांद लगा दिए !
कवयित्री सीमा जी ने कहा :
‘काहे का कान्हा काहे की गोपी
तू जो रूठा दुनिया रूठी’

कविवर कमांडो समोद सिंह जी ने कहा कि यदि हम अपने गांव की ओर रुख करें तो सचमुच फागुन के रंग विशेष हो जाएंगे । उन्होंने कहा:

सरसों पीली हो गयी, गेंहू खिले पराग !
झोली भरकर फूल की, मौसम लाया फाग !!

नेहा जी ने अपनी सरस वाणी में कहा :
एक नशा इश्क का तुझमें बसा बैठे।
कान्हा के रंग में रंगकर होली मना बैठे।

सभी साहित्यकारों ने एक-से-बढ़कर एक रचनाएँ प्रस्तुत की और मंच को रंगारंग कर दिया ! सभी ने एक-दूसरे के काव्य पाठ का ख़ूब आनंद उठाया । अदिति जी ने कहा :
न देखूंगी कान्हा तेरी ओर जतन कर ले चहु दिस ओर,,,,
आज न खेलूंगी, तोरे संग होरी,
बहियां मरोड़े चाहे करे बलिजोरी,
सभी की रचनाओं में अद्भुत रंग थे जिसमे कार्यक्रम में शामिल सभी श्रोता सराबोर हो रहे थे ।
पं. साहित्य चंचल का अपना ही अंदाज था वे सभी साहित्यकारो को बीच बीच में अपने सराहनीय शब्दों से प्रोत्साहित कर रहे थे । उन्होंने कहा :

“नफरत छोड़ो भारत जोड़ो”सब मिल सतरंगी होली में |
गले लगाकर झप्पी ले लो प्यार उड़ेलो झोली में ||

कवयित्री भावना अरोड़ा ‘मिलन’ जी ने होली पर दोहे प्रस्तुत करते हुए कहा :

करें होलिका दहन सब, रीत-रिवाज निभाय |
भीतर को विष जार कें, जग खौं लियो बचाय ||
अबकी होली यूँ मना, बनें सभी जन नेक |
‘मिलन’ कहे सब भूल जा, रंग-रक्त है एक |

डॉ. पूजा कौशिक जी ने भी मंच संचालन के साथ वीरों को नमन किया और अपने काव्य पाठ से सबका मन मोह लिया । उन्होंने कहा:

अबीर ओ’ फूल से खेली गई होली मुबारक हो,
वो गाती नाचती मदमस्त सी टोली मुबारक हो ।
मगर उट्ठे कदम इस ओर जो नापाक दुश्मन के,
तो फिर भारत के वीरों की उन्हें गोली मुबारक हो ।

कार्यक्रम के मार्गदर्शक आदरणीय एन चंद्रा जी एवं सभी श्रोताओं के मुखमंडल पर लगातार मुस्कान बनी रही ।
साहित्य की विविध विधाओं के शिखर को छूते हुए सभी कवि गणों ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को विशेष और नए आयाम दिया ।
कार्यक्रम की सफ़ल समाप्ति संग ही द मैजिक मैन एन चंद्रा फेसबुक पटल के संस्थापक आदरणीय एन चंद्रा जी एवं संचालिका पूजा कौशिक जी ने सभी कविगणों, साहित्यकारों का धन्यवाद ज्ञापन किया ।

भावना अरोड़ा ‘मिलन’

अध्यापिका,लेखिका एवं विचारक निवास- कालकाजी, नई दिल्ली प्रकाशन - * १७ साँझा संग्रह (विविध समाज सुधारक विषय ) * १ एकल पुस्तक काव्य संग्रह ( रोशनी ) २ लघुकथा संग्रह (प्रकाशनाधीन ) भारत के दिल्ली, एम॰पी,॰ उ॰प्र०,पश्चिम बंगाल, आदि कई राज्यों से समाचार पत्रों एवं मेगजिन में समसामयिक लेखों का प्रकाशन जारी ।