कविता

मुस्कान

जिन्दगी जीने के लिए,
जीवन को सरल बनाना जरूरी है।
जीवन सरल – सुगम बने,
उसके लिए मुस्कुराना जरुरी है।।
भले ही पंथ,
कंटक से भरा हो।
हदय घावो से छलनी हो,
मुस्कुराते हुए जीवन जीना जरूरी है।।
एक मुस्कान हजार,
बिमारियों की दवा है।
ऐसी दवाई को,
हदय से लगाना जरूरी है।।
जिसके पास हो यह हुनर,
वह होता है सबका खास।
उसकी एक छवि पाने को,
हर कोई रहता है बेकरार।।
— प्रियंका त्रिपाठी ‘पांडेय’

प्रियंका त्रिपाठी

BSc(Maths),DCA,MCA,BEd शाह उर्फ पीपल गाँव IIIT Jhalwa प्रयागराज उत्तरप्रदेश