कविता

इलाहाबाद बैंक की याद में

शायद हमारी कोशिशें कम थी
या फिर था,जनमत का अभाव
वित्त मंत्री पक्षकार बन गयी
योगी का नही दिखा प्रभाव ।।

इतना मुश्किल काम नही था
प्रयाग राज का नाम जुड़ा था
क्षेत्रवाद का दांव चल गया
बैंक हमारा यहीं पिछड़ गया ।।

२२ करोड़ की जनसंख्या पर
०७ करोड़ कर गया कमाल
हम आंदोलन करते रह गये
सीतारमण ने किया बंटाधार ।।

सबसे पुराना बैंक हमारा
अस्तित्व ही अपना खो बैठा
इलाहाबाद बना प्रयागराज
और बैंक इंडियन बन ऐंठा ।।

  1. नवल अग्रवाल

नवल किशोर अग्रवाल

इलाहाबाद बैंक से अवकाश प्राप्त पलावा, मुम्बई