गीत/नवगीत

हँसते रहोगे

हँसते रहोगे जिन्दगी हँसती नजर आएगी।
होँगे उदास तो जिन्दगी भी, उदास चली जाएगी।

सुख- दुख तो जीवन के दो पहलू हैं, साथ साथ चलते रहेंगे
राहों में सिर्फ फूल नहीं है, काँटे भी मिलते रहेंगे।
काँटो से भी दोस्ती की राह मिल जाएगी
हँसते ,,,,,,,,,

तन्हा सफर भी कट जायेंगे यादों के सहारे
मंजिले फिर से तुझे एक बार पुकारें
छोड़ के पीछे यादों आगे उम्र निकल जाएगी
हँसते,,,,,,,
बेजान पुतला न बन किसी के हाथों का
हमसफर यहाँ मिलता है एक दो मुलाकातों का
तेरी खुद की उम्मीदे ही तुझकों जितायेगी
हँसते,,,,,,,

वीणा चौबे

हरदा जिला हरदा म.प्र.