कविता

नवरात्र

आया नवरात्रि का त्यौहार, घर घर में घट स्थापना हो रही है
सजा माता का दरबार ,माता की पूजा अर्चना ही रही है
सिंह पर सवार माता आयी भक्तों की सुनने पुकार
छायी चारों तरफ खुशियां आयी मंदिरों में  हो रही जय जयकार
जो भी आता माँ के द्वार भक्ति श्रद्धा से शीश निभाता
खाली झोली भरती माता मन चाहें मुरादें पाता
माँ की महिमा को सबने गाया, दुर्गा माँ ने पार लगाया
माँ के चरणों में सुख,समृद्धि,प्रेम का वरदान पाया
कर लो माँ की नवरुपों में पूजा अर्चन भक्ति का उत्सव आया
संसार मे माँ से बढ़कर कोई नहीं ओर पाया
— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश