कविता

पेड़ की अभिलाषा

मैं पेड़ हूं,
फल फूल औषधि और लकड़ी का,
राजा हूं।
प्राणवायु की महारानी हूं,
जीवन की धूरी हूं,
मेरे बिना झिझके हुए लोगों की,
कल्पना अधूरी है।
मैं ज़रूरत हूं,
सपनों को करतीं पूरी हूं।
में आश्रय देता हूं
पशु पक्षियों को सुरक्षित बचाने में,
दिल से मदद करता हूं।
मैं एक ठंडक धारणी हूं,
तापमान को कमजोर करतें हुए
नियंत्रित रखता हूं।
सूर्य की हरकतों से,
जनजन को सुरक्षित रखने में,
सदैव आगे रहता हूं।
मैं जीवन चक्र की सबसे बड़ी मिठास हूं,
ज़िन्दगी की खुबसूरत अहसास हूं।
आज़ मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है
मुझे खत्म करने के लिए,
तरह-तरह का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
मैं प्रकृति का वरदान हूं,
जनमानस की आन बान और शान हूं।
मुझे मुश्किल वक्त में सहारा चाहिए,
मेरे शरीर को को अनवरत रहने के लिए,
कटाई करने वाले लोगों से छुटकारा चाहिए
हमें सुरक्षित रखने की कोशिश की जाएं,
मैं वादा करता हूं,
जनजन को सुरक्षित रखूंगा,
प्रकृति के आवरण में
कोई आंच नहीं आने दूंगा।
— डॉ. अशोक

डॉ. अशोक कुमार शर्मा

पिता: स्व ० यू ०आर० शर्मा माता: स्व ० सहोदर देवी जन्म तिथि: ०७.०५.१९६० जन्मस्थान: जमशेदपुर शिक्षा: पीएचडी सम्प्रति: सेवानिवृत्त पदाधिकारी प्रकाशित कृतियां: क्षितिज - लघुकथा संग्रह, गुलदस्ता - लघुकथा संग्रह, गुलमोहर - लघुकथा संग्रह, शेफालिका - लघुकथा संग्रह, रजनीगंधा - लघुकथा संग्रह कालमेघ - लघुकथा संग्रह कुमुदिनी - लघुकथा संग्रह [ अन्तिम चरण में ] पक्षियों की एकता की शक्ति - बाल कहानी, चिंटू लोमड़ी की चालाकी - बाल कहानी, रियान कौआ की झूठी चाल - बाल कहानी, खरगोश की बुद्धिमत्ता ने शेर को सीख दी , बाल लघुकथाएं, सम्मान और पुरस्कार: काव्य गौरव सम्मान, साहित्य सेवा सम्मान, कविवर गोपाल सिंह नेपाली काव्य शिरोमणि अवार्ड, पत्राचार सम्पूर्ण: ४०१, ओम् निलय एपार्टमेंट, खेतान लेन, वेस्ट बोरिंग केनाल रोड, पटना -८००००१, बिहार। दूरभाष: ०६१२-२५५७३४७ ९००६२३८७७७ ईमेल - ashokelection2015@gmail.com