कविता

हम उस देश के वासी हैं

हम उस देश के वासी हैं
जहाँ जन्म लिए भगवान
तभी तो हम सब गर्व से कहते हैं
मेरा भारत महान।
अनेकता में एकता ही मेरी पहचान
विभिन्न धर्मों और भाषाओं का
एक सूत्र में बंधे रहने की शान
मेरा भारत महान।
जहाँ भारत की माटी के पुतलों में
लोहे की मजबूती और शान
गांधी, तिलक, नेहरू, बोस हमारे पूर्वजों की अरमान
मेरा भारत महान।
लालकिले पे लहराता तिरंगा हमारी शान
बुद्ध, नानक और कबीरा हमारी पहचान
मेरा भारत महान।
तीन रंगों के तिरंगे में है हमारी शान
विश्व भर में है हमारी मजबूती की पहचान
जहाँ रामायण, गीता, महाभारत और पढ़े जाते हैं आजान
मेरा भारत महान।
— मृदुल शरण