कविता

मत करना अभिमान

अब तक समझ नहीं आयातो अब नहीं आयेगा,इसलिए ज्यादा दिमाग मत चलाइए,राह से कम से कम अब तो भटक न जाइए।किसी की भी बात को महत्व मत देकरबेवजह बेवकूफ मत बनिएऔर खूब अभिमान कीजिए।वैसे भी आप बड़े समझदार हैंजो किसी झांसे में नहीं आतेऔर अभिमान का चोला भी नहीं उतार पाते।लोगों को क्या पता अभिमान के लाभ का?कोई अनुभव या तनिक तजुर्बा तो नहीं उन्हेंअब आप इस तजुर्बे का लाभ उठाइएऔर अभिमान करने के फायदे का सशुल्क एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाइएऔर अभिमान के लाभ बताने का आनलाइन क्लास चलाइएसमाज के लिए कुछ करने के साथनाम के साथ धन भी कमाइए,जो कहते हैं मत करना अभिमानउनके मुंह पर तमाचा मारिएऔर पूरी दुनिया में छा जाइए।अभिमान कीजिए का अभियान चला करउसके स्वयंभू ब्रांड अम्बेसडर भी बन जाइए।

*सुधीर श्रीवास्तव

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