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श्री ज्ञानेश्वरी ग्रंथ का हुआ देवनागिरी सिन्धी भाषा मे अनुवाद

महाराष्ट्र नागपुर , नागपुर की वरिष्ठ कवयित्री वीना आडवाणी तन्वी के द्वारा महाराष्ट्र के जाने माने संत ज्ञानेश्वर महाराज जी के द्वारा रचित 1290 ईस्वी मे ग्रंथ ज्ञानेश्वरी ग्रंथ का , अनुवाद सिन्धी देवनागिरी भाषा में किया गया । जब लेखिका वीना से वार्तालाप करने पर सवाल किया गया कि उन्होंने इस ग्रंथ का अनुवाद किस तरह किया और उनके मन में श्री ज्ञानेश्वरी ग्रंथ के अनुवाद का विचार क्यों आया तो उन्होंने बहुत ही सहजता से बताया कि ज्ञानेश्वरी ग्रंथ का अनुवाद उन्होंने अपने मन में उठे भाव व आस्था के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए इस महान ग्रंथ का अनुवाद करने का विचार किया , साथ ही यह भी बताया कि इस पवित्र ग्रंथ के अनुवाद में उन्होंने गुगल से भाषा अनुवादित वेबसाईट की भी मदद् ली है क्यों कि कुछ शब्द ऐसे थे जिनका अर्थ वो भी नहीं जानती थी । जिसके चलते उन्हें वेबसाइट की भी मदद् लेनी पड़ी । साथ ही लेखिका वीना ने यह बताया कि जब उन्होंने अपने प्रथम ग्रंथ श्री साईं सच्चरित्र का सिन्धी देवनागिरी भाषा में अनुवाद किया था तो उसमें ही श्री ज्ञानेश्वरी ग्रंथ के बारे में बताया गया था श्री ज्ञानेश्वरी ग्रंथ श्री भागवत गीता का ही सार है और इसी पवित्र सार के रसोपाद्न के चलते मेरे प्रथम अनुवादित ग्रंथ श्री साईं सच्चरित्र से ही मुझे अपने द्वितीय ग्रंथ श्री ज्ञानेश्वरी को अनुवादित करने की प्रेरणा मिली । साईं सच्चरित्र ग्रंथ का विमोचन उन्होंने अजनी नागपुर के प्रसिद्ध साई मंदिर में व अपने घर के नजदीक के साई मंदिर में बाबा जी के चरणों में ग्रंथ समर्पित करके किया था । 26 नवम्बर के दिन वीना आडवानी तन्वी को राजीव गांधी नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया और उसी दिन उनके दूसरे ग्रंथ श्री ज्ञानेश्वरी ग्रंथ का भी विमोचन हुआ ग्रंथ का विमोचन कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि श्री अनंतकुमार अग्रवाल (मुंबई के प्रख्यात उद्योगपति), अध्यक्ष प्रख्यात समाजसेवी एवं दैनिक राष्ट्रप्रकाश व दैनिक देशोन्नती के एडिटर इन चीफ प्रकाश पोहरे एवं मुख्य अतिथि के रूप में देश की तीसरी, महाराष्ट्र की दूसरी तथा विदर्भ की पहली थर्ड जेंडर एडवोकेट शिवानी सुरकार , वीना आडवाणी तन्वी के पिता सिन्धी भाषी विख्यात लेखक आसूदोमल लछवानी , उनका बेटा नयन आडवानी , नवयुवा साहित्यकार संकल्प मीरानी (जिनकी बीस वर्ष कि उम्र में पांच पुस्तकें प्रकाशित हुई) , अतुल कुमार शरारा , नरेंद्र परिहार , राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित चंदा देवी स्वर्णकार , कृष्ण कुमार द्विवेदी, बालकृष्ण महाजन , योगेश साहू , चन्द्रकला भरतिया , मीरा रायकवार , अमन रंगेला व अन्य जाने माने साहित्यकार उपस्थित रहे ।

वीना आडवाणी तन्वी

गृहिणी साझा पुस्तक..Parents our life Memory लाकडाऊन के सकारात्मक प्रभाव दर्द-ए शायरा अवार्ड महफिल के सितारे त्रिवेणी काव्य शायरा अवार्ड प्रादेशिक समाचार पत्र 2020 का व्दितीय अवार्ड सर्वश्रेष्ठ रचनाकार अवार्ड भारतीय अखिल साहित्यिक हिन्दी संस्था मे हो रही प्रतियोगिता मे लगातार सात बार प्रथम स्थान प्राप्त।। आदि कई उपलबधियों से सम्मानित