कविता

नया साल है

प्रारंभ का अंत हो जाना नया साल है!
वर्ष का नंबर बदल जाना नया साल है!
आज का समय का अतीत का
इतिहास बन जाना नया साल है!
उगते हुए सूरज का अस्त हो जाना नया साल है!
पेड़ों के हरे पत्तों का सूखकर
झड़ जाना नया साल है!
अतीत के दुखों को भूलकर सुख की
अनुभूति करना नया साल है!
पिछली गलतियों से सबक लेकर आगे की
रणनीति तैयार करना नया साल है!
आपस के मतभेदों को भूलाकर स्नेह और
आत्मीयता का दीप जलाना नया साल है!
— मृदुल शरण