कविता

गिरगिट को भी कर दिया बदरंग

बिहार में फिर हो गया एक बार खेला

पलटू कुमार ने दी फिर पलटी मार

कल तक राष्ट्रीय जनता दल के साथ था

रातों रात पहुंच गया फिर भाजपा के द्वारएक बड़े नेता ने कहा था कि उनकी 

पार्टी के दरवाजे हैं पलटू के लिए बन्द 

फिर अब ऐसा क्या हो गया कि

पलटू बन गए हैं अब उनकी पसंद 

पलटू का नाम गिनीज़ बुक में लिखा जाएगा

इतिहास में सबसे बड़ा पलटूमार कहलायेगा

बहुत धोखा कर लिया भोली भाली जनता से

कौन जानता है सत्ता का नशा कहां से कहाँ ले जाएगा

कभी भाजपा को गाली लालू के गुण गाता है

कभी भाजपा के साथ खड़ा नज़र आता है

सत्ता के लिए क्यों ब्याकुल रहता है इतना

जिस भी पत्तल में खाता है उसी में छेद कर जाता है

लोकतंत्र को कर दिया बदनाम इसकी करतूतों ने

कैसे बचेगा इस जैसे सत्ता के दलालों से

न जाने लोग भी क्या सोचते है क्या करते हैं

कैसे फंस जाते है दोबारा इनकी चालों में

आएगा समय जब पलटुओं को जनता नकारेगी

जागरूकता आएगी लोकतंत्र होगा मज़बूत

ज़मीर बेच डाला जिन खुदगर्ज़ लोगों ने

बातों से नहीं लातों से मानेंगे यह पलटूमार भूत

गिरगिट भी आज शरमा गया देख कर

बिहारी राजनीति में पलटू के रंग

कुछ रंग भाजपा कुछ आरजेडी से चुराकर

कर गया गिरगिट को भी बदरंग

— रवींद्र कुमार शर्मा

*रवींद्र कुमार शर्मा

घुमारवीं जिला बिलासपुर हि प्र