कविता

क्या कुछ बदला

क्या कुछ बदला

मेरे होने या न होने से

धरती आज भी उसी रफ्तार से घूम रही है

चाँद भी उसी तरह 

अपनी चाँदनी बिखेर रहा है

ध्वल रोशनी कम नहीं हुई

तारे आज भी टिमटिमाते हैं

तुमने कहा था कि “तुम बदल गए”

माना कि हालात ने मुझे बदल दिया 

परंतु–

एक मेरे बदलने से कितना अंतर आया(?)

प्रकृति के अपने नियम हैं

नियति का अपना चक्र है

ये किसी एक के बदलने या कि

नहीं बदलने से रुकता नहीं

इसी तरह व्यक्ति की भी 

एक नियति है, एक प्रकृति है

उसके भी जीने का एक ढंग है

किसी एक के होने या न होने से 

क्या फर्क पड़ता है

निवेदनार्थ-

मत रुकने देना मेरे बाद

अपनी चर्या को ही

तुम उसी शिद्दत से मुझे याद करना

जिस तरह मेरे होने पर 

उमड़ते थे जज़्बात

मत रुकने देना उनका प्रवाह ही

ये जींवनोउल्लास 

सम्भवतः जीवित रखेगा

तुम्हारे अंदर

एक जिजीविषा को।

संदीप तोमर

संदीप तोमर

जन्म : 7 जून 1975 जन्म स्थान: खतौली, जिला- मुज़फ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) शिक्षा: एम एस सी (गणित), एम ए (समाजशास्त्र, भूगोल), एम फिल (शिक्षाशास्त्र) सम्प्रति : अध्यापन साहित्य: सच के आस पास(कविता संग्रह 2003), शब्दशिल्पी प्रकाशन, मौजपुर, दिल्ली टुकड़ा टुकड़ा परछाई(कहानी संग्रह 2005), नवोदित प्रकाशन, निहाल बिहार, दिल्ली शिक्षा और समाज (आलेखों का संग्रह 2010), निहाल पब्लिकेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन, गोकलपुरी, दिल्ली महक अभी बाकी है (संपादन, कविता संकलन 2016), मुरली प्रकाशन, दिल्ली थ्री गर्लफ्रेंड्स (उपन्यास 2017), वीएल मिडिया सलूशन, उत्तम नगर, दिल्ली एक अपाहिज की डायरी (आत्मकथा 2018), निहाल पब्लिकेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन, गोकलपुरी, दिल्ली यंगर्स लव (कहानी संग्रह 2019), किताबगंज प्रकाशन, गंगानगर, राजस्थान समय पर दस्तक (लघुकथा संग्रह 2020), इंडिया नेटबुक, नॉएडा एस फ़ॉर सिद्धि (उपन्यास 2021), डायमण्ड बुक्स, दिल्ली कुछ आँसू, कुछ मुस्कानें (यात्रा- अन्तर्यात्रा की स्मृतियों का अनुपम शब्दांकन, 2021) इंडिया नेटबुक, नॉएडा दीपशिखा (उपन्यास, 2023) अद्विक प्रकाशन, दिल्ली परम ज्योति (काव्य संग्रह , 2023) हर्ष पब्लिकेशन्स, दिल्ली सुकून की तलाश में (काव्य संग्रह , 2023) हर्ष पब्लिकेशन्स, दिल्ली