कविता

अैसे हि तो नही मिटे गी

अैसे ही तो नही मिटे गी – दासतां हमारी इस जहां से

हुहत गैहरे हैं निशान हमारे -हमारे कदमों के इस जहां में

दुशमन ही नही दोसत भी कोशिश में हैं – हम को ममिटाने की

मोहरम अब कोई नही है बाक़ हमारा – इस जहां में

हम ही जानते हैं दरद जो हम ने -छुपा रखा है हमारे सीने में

क़ैद में अपनी ही मजबूरियों की बंद हैं – हम तो इस जहां में

आप की आमद से खिल उठता है – चमन हमारे दिल का

दीददार आप का मिलना – बुहत ही मुशकिल हो गया है इस जहां में

सवाल मत पूछो हम से हमारी बेबसी का – एस जहां मे

जवाब इस बात का हम लाएं कहां से

उलजे हुए हैं तो – हम तो अपनी ही लगाई हु ई बनदिशों में

क़ातिल हम खुद ही बन गैए हैं – अपने ही अब तो इस जहां में

भुुझे हुए शोले हैं हम बेशक – अपपनी ़िनदगी की शमा के

रौशनी फर भी बुहत सारी फैला रहे हैं हम – इस जहां में

याद आप को हमारी आति ही रहे गी – हमेशा इस ज़िनदगी में

इस ज़िनदगी में दिल मिले हैं -जाने कैसे मेहरबान से

शामल हुए नही कभी भी आप – खुशी से हमारी ज़िनदगी में

अैसे कियूं गुम हैं आप – अपनी ही अना के नशे में

फूल खिलते हैं हमारे चमन में -सिरफ आप की हनसी से

हाल पूछते नहीआप हमारा जाने किस गुमान में

पनछी भी पैहचानते हैं – खबर जो आप लेते हैं हमारी –मदन —

ज़िनदगी हमारी हम तो जी रहें हैं सहारे आप के स जहां में

इस क़दर नाज़ुक है शाख आप के लगाए हुए पौदों की

कहीं गिर कर टूट ना जाए यिह – फूलों के ही वज़न से

— मदन लाल

मदन लाल

Cdr. Madan Lal Sehmbi NM. VSM. IN (Retd) I retired from INDIAN NAVY in year 1983 after 32 years as COMMANDER. I have not learned HINDI in school. During the years I learned on my own and polished in last 18 months on my own without ant help when demand to write in HINDI grew from from my readers. Earlier I used to write in Romanised English , I therefore make mistakes which I am correcting on daily basis.. Similarly Computor I have learned all by my self. 10 years back when I finally quit ENGINEERING I was a very good Engineer. I I purchased A laptop & started making blunders and so on. Today I know what I know. I have been now writing in HINDI from SEPTEMBER 2019 on every day on FACEBOOK with repitition I write in URDU in my note books Four note books full C 403, Siddhi Apts. Vasant Nagari 2, Vasai (E) 401208 Contact no. +919890132570