पर्यावरण

नीम के फूल की बहार

नीम में फूलों की बहार है।नीम का पेड़ इस समय बड़ा ही नयनाभिराम लगता मानों उसने सेहरा बांध लिया हो।भीनी भीनी सुगन्ध रात औऱ सुबह के समय में मन को खुश कर देती है।पहले के समय मे इसके फूलों से घरों में काजल बनाया जाता था।नीम के वृक्ष के नीचे लाखों फूल बिखरे रहते जो ऐसे लगते मानो प्रकृति ने हमारे लिए कालीन बिछा रखा हो।वैसे भी नीम का हमारे जीवन मे महत्व को देखे तो नीम स्वास्थ्य,धार्मिक,पर्यावरण ,छाँव, पशु पक्षियों के लिए सहारा है।जहाँ नीम का पेड़ होता है।उस जगह,व्यक्ति की पहचान नाम से नही पेड़ से ज्यादातर होती है।खैर, जब सुबह घूमने निकले तो जहाँ पर नीम लगे हो।वहां की फूलों की खुश्बू का आंनद अवश्य लेवे।ये बहार कुछ समय तक ही है।

— संजय वर्मा “दृष्टि”

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /antriksh.sanjay@gmail.com 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच