संस्मरण

मां का प्यार

बात उन दिनों की है ,जब मेरी शादी हो गई ,और मैं ससुराल गई ,ससुराल में करीब तीन महीने रही । क्योंकि मायके आने का शादी के बाद मुहूर्त बन नही रहा था ,जिसके कारण मैं अपनी मां से पहली बार तीन महीने दूर रही । मुझे रह . ..रह कर अपनी मां की बहुत याद आ रही थी,और  यही सोच रही थी,काश जल्दी मायके जाने का मूहर्त बने ,और मैं अपनी मां से मिलने जाऊं,और उन्हे गले लगा कर अपना दिल हल्का करूं ,और नई ..नई ससुराल की सारी कहानी कहूं , मुझे कैसा परिवार मिला है ,हसबैंड कैसा मिला है? उनका व्यवहार कैसा है? उनकी पसंद ना पसंद कैसी है?  सारी बाते  में अपनी मां को दिल खोल कर बताना चाहती थी, इसलिए मैं चाहती थी जल्दी से मायके जाऊं ! आखिर लंबे इंतजार के बाद वो दिन भी आ ही गया ,जब मेरे पापा मेरी छोटी बहन और भाई के साथ मुझे लेने ससुराल पहुंचे ,मेरी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहा , ऐसा लगा ईश्वर ने मुझे दुनिया की सारी खुशी दे दी! और मुझे अपने परिवार और मां से मिलने का तथा घर जाने का मौका दे दिया हो! मेरे पति मुझसे मजाक करते हुए बोले ऐसा। लग रहा है ,आज हमारी मैडम पैर जमी पर टिकेंगे ही नही ,इनकी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं है! मेरी सास भी मजाक करते हुए बोली देखना तुम्हे वो घर पराया .. सा  लगने लगेंगा, और तुम्हारे अपने भी पराए लगने लगेंगे ,और सबकुछ बदला …बदला सा लगने लगेगा ,फिर तुम्हे लगने लगेगा कि सच में शादी के बाद लड़कियां पराई हो जाती है! मैने उनकी बातो को सुना ,और बोली ऐसा नहीं है मम्मीजी ,मां का प्यार कभी नहीं बदलता है,वो हमेशा अपने बच्चो को प्यार करती है! इतने बोलने के बाद मैं मायके जाने की तैयारी करने लगी,पहले मैं सबको खाना खिलाई,और फिर मैं मायके जाने के लिए तैयार हो गई ।शाम को हम कार से पति के साथ,तथा पापा और छोटे भाई ..बहन के साथ मायके पहुंची । जैसे ही मैं मायके पहुंची ,मैं खुशी से झूम उठी ,और मां को प्रणाम करके उन्हे गले लगाया। उसके बाद मां ने कहा हाथ मुंह धो लो बेटा ,हम तुम्हारे और मेहमान के लिए नाश्ता लगाते हैं, मुझे अजीब सा लग रहा था मायके ,ऐसा लग रहा था पहले वाली कोई बात नहीं रही, भाई बहन भी हमसे दूर बैठे थे,पापा भी सोफे पर बैठे थे,और हमारा दरवाजा भिडकाया हुआ था,जहां पर हम और मेरे पति बैठे हुए तथा गप. सप  कर रहे थे,कुछ देर के बाद मेरे कमरे में नाश्ता और चाय लेकर मेरी मम्मी आई,और मम्मी बोली मैं खाना बनाने जा रही हूं बेटा,तुम मेहमान के साथ बात ..चित करो। मुझे तो सास की कही हुई बात एकदम सही लग रही थी,सच में शादी के बाद एक लड़की का मायका बदल जाता है। मुझे घुटन सी हो रही थी ,और मैं कमरे से बाहर आई,और मैने मां से कहा तुम इतनी बदल क्यों गई हो मां ? मेरे लिए तुम्हारे पास समय क्यों नहीं है? मैं तो सोचती थी तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो! और हमेशा करती रहोगी ,लेकिन तुम तो बिल्कुल बदल गई। मुझे रोते हुए देखकर गले लगा कर बोली बेटा मां का प्रेम कभी नही बदलता है, लेकिन कुछ फर्ज तुम्हारे जीवनसाथी के लिए भी तो है,और हमारे दामाद के लिए भी तो ,जिनका खास खयाल रखना है ,दो दिन के बाद वो चले जायेंगे ,फिर हम सब पहले जैसा ही हंसी मजाक और बाते किया करेंगे, उसके बाद मां बोली ,मां का प्रेम कभी नही बदलता,क्योंकि मां से ही हर लड़की को मायके आने का एहसास होता है? 

— रीना सोनालिका

रीना सोनालिका

अमित कुमार बर्नवाल गणपति ट्रेडर्स राणा प्रताप नगर डॉक्टर केडियन सी गली D,k,D,N ,c gali। शहर...चास जिला... बोकारो राज्य ...झारखंड फोन नं....9693920946

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