( इस कथा में घटनायें और पात्र काल्पनिक हैं) ” बिक्रम मैं हॉस्पिटल जा रही हूँ, ” हरप्रीत ने सोये हुए अपने पति और बेटी की तरफ नज़र डालते हुए कहा। ” खाना बना हुआ है, खुद खा लेना और रूपा को भी खिला देना , शाम को आऊँगी, ” कहकर हरप्रीत अपना टिफिन उठाये […]
Author: डॉ. अश्वनी कुमार मल्होत्रा
आज तुम्हारी बहुत याद आ रही है माँ !
वह कौन है जो आपकी सब शरारते झेलती है, भूखी रहकर तुम्हरा पेट भर्ती है ? जब तुम बच्चे थे तो कौन तुम्हारे मल मूत्र से भरे बिस्तर को साफ़ करता था, तुम्हारे तपते शरीर को सारी रात जागकर पानी की पटियाँ करता था? पिता की मार से तुम्हे बचता था ? तुम्हारी हर मुश्किल […]
विश्व स्वास्थय दिवस- हम कितने स्वस्थ है ?
कुछ दिन पहले की बात है। सुबह सुबह मोबाइल की घंटी बजती है। कौन है ? दूसरी तरफ एक मित्र जो पड़ोस में रहता है की पत्नी का फ़ोन है। वह घबराई हुई आवाज़ में बोलती है , ” डॉक्टर साहिब जल्दी आना , यह अचानक गिर गए है। ” मैं अपना डॉक्टर का बैग […]
महिलाओं को बराबरी और हक़ की पुकार !
उत्तर प्रदेश के हरदोई ज़िले में एक छोटा सा गांव है। आज से लगभग 50 वर्ष पूर्व एक गरीब परिवार के घर एक कन्या का जन्म हुआ। उसके माता पिता ने उसका नाम रखा सरोज रखा। बचपन में गॉव में पली सरोज जब जवान हुई तो जैसे आम देश के माता पिता को होती है, […]
अफवावों से बच कर, विश्वास के साथ मैंने वैक्सीन लगवाई !
आज कल कोरोना वायरस की जंग में विश्व के कुछ देशों समेत हमारे देश में व्यापक स्तर पर टीकाकरण चल रहा है। सरकार के भरपूर इंतज़ाम के बावजूद अनुमानित डॉक्टर और सेहत कर्मियों के पहले चरण में बहुत कम ही टीके लगे है। यही हाल दुसरे चरण में भी देखने को मिल रहा है। आखिर […]
आज राष्ट्रीय बालिका दिवस हैं।
चौराहे पर लाल बत्ती देख मैं रुक जाता हू। तभी मैली और फटी साडी में लिपटी एक औरत दो बच्चों के साथ भीख मांगती हुए मेरी तरफ आती है। उसकी गोद में कुछ महीनो का एक बच्चा है और उसका हाथ पकड कर एक छोटी सी लड़की, याचिका भरी दृष्टि से मेरी तरफ देखते है। […]
कोरोना वैक्सीन सुरक्षित है, अफवाहों से सचेत रहे।
आज कल मुझे कुछ मित्र और जान पहचान वालों के फ़ोन आते है और जहाँ कोई मिल जाता है, पूछता है , ” डॉक्टर साहिब आप ने कोरोना का टीका लगवा लिया क्या ?” जब मैं कहता हूँ की नहीं, मैं सीनियर सिटीजन के श्रेणी में आता हूँ और देश भर के 1 करोड़ के […]