ग़ज़ल
हर एक बात पे यहां तो बवाल होता है। और जवाब में छुपा फिर सवाल होता है। तुम न समझे
Read Moreदादी दादी… कहता छोटा सा कृत्तिन भागता हुआ दादी के गले लगकर बोला दादी आप जल्दी से तैयार हो जाओ
Read Moreपापा को कड़ी धूप में पसीने से भरे देख और बड़ी मेहनत से सुन्दर तरह तरह के आकार के दीए
Read Moreराखी के त्योहार पर भैया इतना कर जाना तुम। आधुनिकता की हौड़ में यूं बदल न जाना तुम। बचपन के
Read Moreबहुत बार आवाज़ लगाने पर भी जब वरूण नहीं रुका को कुणाल को लगा कि वरुण उससे नाराज़ है शायद
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