इंतज़ार
आज भी इंतज़ार में वो आंगण तुम्हारा है, बचपन को याद तुम्हारे अब भी वो करता है, तुम व्यस्त हो
Read Moreकोई आत्मा ऐसा कर सकती है या कोई ऐसा इन्सान जिसने जीते जी बहुत अन्याय सहा हो मरने क बाद
Read Moreसुधा सिर्फ एक गृहणी बन कर रह गई थी न तो कोई उसकी कही बातों को गौर से सुनता था
Read Moreआज नीता की आँखों में खुशी के आंसु थे। बरसों पहले ज़िंदगी ने नीता को आंसुओं का कभी खत्म न
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