किसको दोस्त माने हम और किसको गैर कह दें हम
मिली दौलत ,मिली शोहरत,मिला है मान उसको क्यों मौका जानकर अपनी जो बात बदल जाता है . किसी का दर्द
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Read Moreरिश्तें नातें प्यार बफ़ा से सबको अब इन्कार हुआ बंगला ,गाड़ी ,बैंक तिजोरी इनसे सबको प्यार हुआ जिनकी ज़िम्मेदारी घर
Read Moreग़ज़ल(दूर रह कर हमेशा हुए फासले ) दूर रह कर हमेशा हुए फासले ,चाहें रिश्तें कितने क़रीबी क्यों ना हों
Read Moreबारिश के रंग , मुंबई के संग हर बार की तरह इस बार भी इंद्र देव मुंबई पर कुछ ज्यादा
Read Moreजाना जिनको कल अपना, वे आज हुए पराये हैं दुनिया भर के सारे गम आज मेरे पास आए हैं ना
Read Moreमुसीबत यार अच्छी है पता तो यार चलता है कैसे कौन कब कितना, रंग अपना बदलता है किसकी कुर्बानी को
Read Moreदुनिया में जिधर देखो हजारों रास्ते दिखते मंजिल जिनसे मिल जाए वे रास्ते नहीं मिलते किस को गैर कह
Read Moreख्वाहिश अपने दिल की हे रब किसी से छीन कर मुझको ख़ुशी ना दीजिये जो दूसरों को बख्शी को बो
Read Moreग़ज़ल (माँ का एक सा चेहरा) बदलते बक्त में मुझको दिखे बदले हुए चेहरे माँ का एक सा चेहरा ,
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